आज भाद्रपद वद्य षष्ठी - आज श्री ज्ञानेश्वरी जयंती आहे त्यानिमित्य
श्रेष्ठ ज्ञानदेवी | गीतेचा साज | सगुणमूर्ती | ब्रह्मविद्येची ||१||
देई संदेश | गीता माऊलीचा | शब्द अमृताचे | करुनिया ||२||
नर-नारायण संवाद | जीवन तत्वज्ञान | प्रकटले साचे | ज्ञानमंदिरात ||३||
राजविद्या गुह्यज्ञान | शब्दातीत ब्रह्म | धर्मसंकीर्तन | वर्णीयेले ||४||
उपनिषदांचे सार | गीतारूपी नवनीत | प्राकृत भाषेतून | भरविले ||५||
उपमा अलंकार | दृष्टांताची खाण | शांतरसे | चोजविले ||६||
विचारधन | प्रत्येक ओवीचे | जन्मजन्मांतरी | पुरणार आहे ||७||
सर्वांच्या हृदयात | हा ज्ञानदीप | अखंड | तेववावा ||८||
शांतचित्ती | यावा अमृतानुभव | हेचि कृपा व्हावी | माऊलींची ||९||
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